प्लास्टिक हमारे जीवन के लिए एक बहुत बड़ा खतरा हो गई है जिससे कि ना जाने कितने प्रकार के वायु प्रदूषण होते हैं हमारे दैनिक जीवन में भी प्लास्टिक का उपयोग बढ़ता ही जा रहा है जैसे कि दूध की थैली तेल की तीली घी की थैली आटा चावल दाल मसाले कोल्ड ड्रिंक शरबत कपड़े की थैली की जरूरतों की दूसरों की चीजों की प्लास्टिक इस्तेमाल होती जा रही है हम जब बाजार जाते हैं तो सब्जी द्वारा दी गई जाने वाली थैली थैली में से सब्जी निकाल लेते हैं और सब्जी की थैली को बाहर फेंक देते हैं उसके लिए को याद तो गाय जैसी जानवर खा लेते हैं जिससे कि उनके फेफड़ों में वह तेरी जनजाति जिससे कि वह साथ नहीं ले पाते इनके कारण की मृत्यु हो जाती है और जब हम दिल्ली को भारत में कितने प्रकार की किरणों होते हैं जैसे कि हमारे वायु प्रदूषण भी बढ़ता ही जाता है प्लास्टिक का इस्तेमाल हमारी जिंदगी के लिए एक हिस्सा बन चुका है हमारे दैनिक जीवन में प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है प्लास्टिक के इस्तेमाल की एक बड़ी वजह यह भी है कि टीम के डिब्बे कपड़े की थैली और कागज के खिलाफ के मुकाबले और सस्ता पड़ता है पहले कभी लोग राशन फल खरीदने जाते थे तो प्लास्टिक की टोकरी या कपड़े की थैली लेकर जाते थे अब खाली हाथ जाते हो प्लास्टिक की थैलियों को साथ में लाते हैं इस पर सरकार द्वारा गया है और प्लास्टिक की चीजों को रोका जा रहा है जो व्यक्ति प्लास्टिक की थैलियों में सन देता हुआ दिखाई देता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है साल 2015 से 16 की करीब 900 किलो टन प्लास्टिक बोतल का उत्पादन हुआ था राजधानी दिल्ली में महानगरों के मुकाबले सबसे ज्यादा प्लास्टिक कचरा पैदा होता है साल 2015 के आंकड़ों की माने तो दिल्ली में 990 पॉइंट 62 टन चेन्नई में 430 पॉइंट 40 टन मुंबई में 408 पॉइंट 30 टन बेंगलुरु में 313 पॉइंट 90 टन ई-कचरा बढ़ता ही जा रहा है इसके साथ मनीष से जीव जंतु और पेड़ पौधों के लिए भी हानिकारक है इसे कि आप सब्जी लाने के बाद सब्जी वो बाहर निकाल लेते हैं और हथेली को बाहर फेंक देते हैं तो उस पर मिट्टी आ जाती है जिससे कि पेड़ पौधों रुकने की क्षमता को भी रोक देते हैं जिससे कि पानी अंदर नहीं जा पाता है जब जमीन बंजर हो जाती है हम सभी को मिलकर प्लास्टिक को बढ़ते उपयोग को रोकना चाहिए प्लास्टिक का उपयोग हो सके तो कम से कम करना चाहिए हमारे द्वारा प्लास्टिक का किया गया उपयोग को निर्भर कर फेंका जाता है जिससे कि वह तालाब महासागरो आदि में प्लास्टिक पैदा हो जाती है जिससे कि पानी आगे नहीं बढ़ पाता है और पानी में ही रुक जाता है