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महारानी लक्ष्मी बाई |
लक्ष्मी बाई का जन्म वाराणसी 19 नवंबर 28 को हुआ था बताया जाता है कि उनके बचपन का नाम मणि कवि का था लेकिन इनको प्यार से मन्नू का जला था इनकी मां का नाम भागीरथी बई का पिता का नाम मोरोपत्त tabi था ऐसा कहा जाता है कि इनकी माता जी और थी बुद्धिमान और धर्म नष्ट स्वभाव की थी उनकी मृत्यु हो गई थी जब उनकी प्रति हुई तो उनके बाद मन्नू की देखभाल करने के लिए कोई भी नहीं था इसलिए उनके पिताजी ने उनकी देखभाल की और उनको मन्नू को अपने साथ देते बाजीराव के दरबार में ले जाने लगे वहां उन्होंने चंचल वसुंधरा मन्नू को सब लोग उससे प्यार से छबीली कह कर बुलाने लगे मनु ने काफी मात्रा में छात्रों की शिक्षा के साथ शास्त्र की शिक्षा भी ली मन्नू का विवाह झांसी के वराठा शासित राजा गंगाधर राव नेवलकर के साथ हुआ वह झांसी की रानी बन गई विवाह के बाद उसको लक्ष्मीबाई के नाम रखा गया सितंबर 28 51 ईस्वी में मल्लू ने एक पुत्र को जन्म दिया लेकिन 4 महीने बाद ही उसकी मृत्यु हो गई थाना क्षेत्र में राजा गंधर्व राव का स्वास्थ्य बहुत अधिक बिगड़ जाने पर उन्होंने किसी ने सलाह दी कि तुम पुत्र को गोद ले लो 21 नवंबर 18 70 राजा गंधर्व राव की मृत्यु हो गई महारानी लक्ष्मीबाई ने झांसी की सुरक्षा के लिए कठिन परीक्षण किया और उन्होंने एक बड़े सेना का गठन किया उससे ना केंद्र महिलाओं की भी भर्ती की गई उन्हें युद्ध आदि सिखाए गए और साधारण जनता ने भी इस संग्राम का सहयोग दिया झलकारी बाई को लक्ष्मीबाई की हमशक्ल थी तो उसने अपनी सेना का प्रमुख स्थान दिया सितंबर 2 अक्टूबर के महीने में पड़ोसी राजा ओरछा और दिव्या के राजाओं ने झांसी पर आक्रमण कर दिया रानी ने सफलता पर उनसे फल कर दिया जनवरी माह में ब्रितानी सेना ने झांसी की ओर बढ़ना शुरू कर दिया मार्च के महीने में शहर को घेर लिया दो हफ्तों की लड़ाई के बाद भी तानी सेना ने शहर पर कब्जा कर लिया परंतु रानी दामोदर राव के साथ अंग्रेजों से बचकर भाग निकलने में सफल हो गई रानी लक्ष्मीबाई से भाग कर कालपी पहुंची और थात्या tope se मिली Rani ki sanyukt senaon ne Gwalior ke vidroh Sainik ki madad se Gwalior ke kile per kabja kar liya bajirao Pratham ke vanshaj Ali Bahadur dwitiya ne bhi Rani Lakshmibai ka sath Diya aur maharani Lakshmibai ne unhen Rakhi bheji thi isliye vah ISI yuddh mein unke sath Shamil hue 18 June 1958 ko Gwalior ke pass Kota ki sarve ladte ladte Rani Lakshmi Bai ki mrutyu ho gai ladai ki report mein bitani general neta