बताया जा रहा है कि फिर से सवाई माधोपुर में पेपर लीक हुआ है जो कि वनरक्षक की परीक्षा थी यह परीक्षा शनिवार से स्टार्ट हो गई थी बताया जा रहा है कि सवाई माधोपुर में 29329 छात्रों का पेपर में रजिस्ट्रेशन था क्योंकि पेपर दो दो पारियों में लिया गया है शनिवार को हुए पेपर में पेपर लीक नहीं हुआ था रविवार की हुए पेपर पेपर लीक हुआ बताया जा रहा है जिसमें पेपर लेकर आए वह पावर हाउस में नौकरी करता था और उसने व्यापार 600000 में बेचा है मिथुन बात यह है कि पेपर लीक होने वाले व्यक्तियों का नाम आगे आ रहा है जो क गंगापुर का था पवन सैनी उसे राजसमंद पुलिस उसे दबोचा और उस पर कार्रवाई की जा रही है और आगे का खुलासा भी किया जा रहा है बताया जा रहा है कि सवाई माधोपुर पुलिस ने भी दौड़ा गांव से कुछ बदमाशों को दबोचा है जो कि राजसमंद पुलिस उन पर कार्यवाही कर रही है यह अलग-अलग जगह के मिलकर बनाए गए हैंपुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी दीपक शर्मा के पास एग्जाम से पहले ही सवाल और उसके जवाब पहुंच गए थे. खुलासा हुआ कि सवाई माधोपुर का रहने वाले एक आरोपी ने 6 लाख रुपये में पेपर बेचे.2.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक आयोजित की गई थी, लेकिन इससे पहले राजसमंद पुलिस को विशेष अभियान समूह (SOG) से संदिग्ध पेपर लीक के बारे में एक सूचना मिली थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने बिजली विभाग में तैनात एक तकनीकी सहायक को हिरासत में ले लिया. उसे परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र के सभी आंसर मिल गए थे. राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बिजली विभाग में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात आरोपी दीपक शर्मा को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आरोपी को पेपर से पहले ही अपने मोबाइल फोन पर सवाल और उसके जवाब मिल गए थे. आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि सवाई माधोपुर निवासी पवन सैनी नाम के व्यक्ति ने उसे व्हॉट्सएप पर सवाल-जवाब भेज दिए थे.
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5 लाख में पेपर खरीद कर 6 लाख में भेजा गया
पुलिस के जांच में मालूम चला कि आरोपी दीपक शर्मा को एग्जाम से एक घंटे पहले ही प्रश्न पत्र मिल गया था. इसके लिए उसने पांच लाख रुपये भरे थे. इसके बाद पेपर को दो अन्य व्यक्तियों- करौली के जितेंद्र कुमार सैनी और दौसा के हेतराम मीणा को 6-6 लाख रुपये में आगे भेजा गया था.
आठ और आरोपियों से की जा रही पूछताछ
चौधरी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 120बी (आपराधिक साजिश) और राज्य के धोखाधड़ी विरोधी कानून की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी के अलावा, आठ अन्य लोगों को जयपुर, सवाई माधोपुर और करौली समेत विभिन्न स्थानों से हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है.