
जैसा कि आप सभी जानते ही होगे श्री राम भगवान वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे तो वहां के लोगों ने श्री राम भगवान के स्वागत के लिए घी के दीपक जलाए थे जैसे कि वह घी के दीपक शुभ माने जाते हैं इसी तरह हम सभी उन्हें घी के दीपक व तेल के दीपक लाते हैं उसी उसी पर वो को दिवाली कहा जाता है जैसा कि आप जानते ही होंग दिवाली पर सब अपने घर दुकान बिजली ऑफिस आदि की सफाई कलर आदि सफाया करते हैं और बाजारों में काफी रौनक दिखाई देती है और दुकानें लगती है इसे की मिठाइयों की दुकान लगती है और लोग अपनी खुशी के लिए त्यौहार को बनाने के लिए घर को सुधारते हैं और नए नए कपड़े लेकर आते हैं वह कपड़े दिवाली के दिन पहनते हैं और लेडीस दिवाली के दिन प्लेट में दीपक रखकर एक दूसरे के घर जाती है जिससे कि वह दिवाली को अच्छी तरह बना सके और लोग अपने घरों के चारों तरफ दीपक लगाते हैं लाइटे लगाते हैं जिससे कि श्री लक्ष्मी जी का निवास हो जैसे कि आप जानते ही होंगे आधे से ज्यादा लोग दिवाली के दिन से ही अपना रोजगार शुरू करते हैं और अपना पुराना पैसा दिवाली के अवसर पर ही लेते हैं लोग अपने दोस्त परिवार आदि सभी से दिवाली के दिन मिलते और बड़ी खुशखबरी से यह त्यौहार मनाते यह बच्चे फटाके अपने दोस्तों से मिलते हैं और बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर इस त्यौहार को पूरा करते हैं यह त्यौहार बड़ा ही रोमांटिक होता है ऐसा त्यौहार पूरे साल में एक बार आता है इस त्यौहार को सफाई का त्यौहार भी कहा जाता है क्योंकि इस दीवार को आने पर सभी लोग अपने घर परिवार ऑफिस सब की सफाई लिपाई पुताई आदि करने लगते और परिवारों के साथ पटाखे चलाते हैं दिवाली के दिन नए नए पकवान आदि बनाए जाते हैं जैसे की नमकीन कुंजिया मावे की मिठाई आदि ना जाने कितने प्रकार की मिठाईयां घरों घरों में बनाई जाती है और इस त्यौहार को वह बड़ी खुशियों के साथ इस त्यौहार को पूर्ण करते हैं